लिलाम † संज्ञा पुं॰ [पुर्त॰ लीलाम] दे॰ 'नीलाम' । उ॰—किसी भाई का लिलाम पर चढ़ा हुआ बैल लेने में जो पाप है, वही इस समय तुम्हारी गाय लेने में है ।—गोदान, पृ॰ १० ।