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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

लावक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. लवा पक्षी । उ॰—तीतर लावक पदचर जूया । बरनिन जाइ मनोज वरूथा ।—तुलसी (शब्द॰) ।

२. काटने या खंड करनेवाला व्यक्ति (को॰) ।

३. वह जो अवचयन करे । काटकर इकट्ठा करनेवाला । कटैया (को॰) ।

लावक ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰]

१. चावल की जाड़े की फसल ।

२. चरसा ।

३. मीट खींचने में बैलों के एक बार जाने और आने का काल ।