लाजवर्द
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनलाजवर्द संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰]
१. एक प्रकार का प्रसिद्ध कीमती पत्थर जिसे संस्कृत में 'राजवर्तक' कहते हैं । रावटी । विशेष—यह जंगाली रंग का होता है और इसके ऊपर सुनहले छीटे होते है । यह वातज रोगों के लिये बलकारी और उन्माद आदि रोगों में उपकारी माना जाता है । आँखों में सुरमा लगाने के लिये इसकी सलाई भी बनती है जो बहुत अधिक गुणकारी मानी जाती है ।
२. विलायती नील जो गंधक के मेल से बनता और बहुत बढ़िया होता है ।