प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

लसीका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. माँस और चमड़े के बीच में रहनेवाला रस या पानी ।

२. लाला ।

३. पीव (को॰) ।

४. मांसपेशी (को॰) ।

५. ऊख का रस । इक्षुरस (को॰) ।