लत
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनलत ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ रति (=अनुरक्ति, लीनता)] किसी बुरी बात का अभ्यास और प्रवृत्ति । बुरी आदत । दुर्व्यसन । बुरी टेव । उ॰— यह एक घृणा उत्पादक लत है । — कबीर मं॰, पृ॰ १६७ । क्रि॰ प्र॰—पड़ना । लगना ।
लत ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] लात । पाँव । पाद । यौगिक शब्दों में व्यवहृत । जैसे,—लतखोर, लतडी आदि ।