प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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लटका संज्ञा पुं॰ [हिं॰ लटक]

१. गति । चाल । ढब ।

२. बनावटी चेष्टा । हाव भाव ।

३. बातचीत करने में स्वर का एक विशेष प्रकार से चढ़ाव उतार । बातचीत का बनावटी ढंग । जैसे— लटके के साथ बात करना ।

४. कोई शब्द या वाक्य जिसके बार बार प्रयोग का किसी को अभ्यास पड़ गया हो । सखुन- तकिया ।

५. मंत्र तंत्र की छोटी युक्ति । टोटका ।

६. किसी रोग या बाधा की शांति की छोटी युक्ति । संक्षिप्त उपचार । छोटा नुसखा । जैसे,—यह फकीरी लटका है; इससे जरूर फायदा होगा ।

७. एक प्रकार का चलता गाना ।

८. लिंग । (बाजारू) ।