लकड़ाना † क्रि॰ अ॰ [हिं॰ लकड़ा + ना (प्रत्य॰)] १. किसी वस्तु का सूखकर लकड़ी की तरह कड़ा हो जाना । २. दुबला होना । शरीर सुखकर लकड़ी की तरह हो जाना ।