रोहना पु ^१ क्रि॰ अ॰ [सं॰ रोहण] १. चढ़ना । २. ऊपर की ओर जाना । ३. सवार होना ।
रोहना ^२ क्रि॰ स॰ १. चढ़ाना । ऊपर करना । २. सवार कराना । ३. अपने ऊपर रखना । धारण करना । उ॰—एक दमयंती ऐसी हरै हँसि हंस, बंस, एक हसिनी सी विष हार हिये रोहिए ।—केशव (शब्द॰) ।