रोपण
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनरोपण संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ रोपित, रोष्य]
१. ऊपर रखना या स्थापित करना ।
२. लगाना । जमाना । बैठाना । (बीज या पौधा) ।
३. स्थापित करना । खड़ा करना । उठाना (दिवार आदि) ।
४. मोहित करना । मोहन ।
५. विचारों में गड़बड़ी डालना । बुद्धि फेरना ।
६. घाव का सुखना या उसपर पपड़ी बँधना ।
७. घाव पर किसी प्रकार का लेप लगाना ।
८. तीर । बाण (को॰) ।