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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

रोध्र संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. अपराध । दोष । पाप । पातक ।

२. लोभ । लोभ का वृक्ष ।

रोध्र पुष्प संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मधुक वृक्ष । महुआ का पेड़ ।

२. एक जाति का साँप [को॰] ।

रोध्र पुष्पिणी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] घातकी नाम का वृक्ष [को॰] ।