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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

रुखानी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ रोक(=छेद)+खनित्र(=खोदने की चीज)]

१. बढ़इयों का लोहे का एक औजार जो प्रायः एक बालिश्त लंबा होता है । विशेष—इसका अगला सिरा धारदार होता है, और पीछे की और लकड़ी का दस्ता होता है जिसपर हथौड़ी या बसूले आदि से चोट लगाकर लकड़ी छीली या काटी जाती है, अथवा उसमें बड़ा छेद किया जाता है ।

२. संगतराशों की वह टाँकी जिसका व्यवहार प्रायः मोटे कामों में होता है ।

३. लोहे का प्रायः एक बालिश्त लंबा एक औजार जिसमें काठ का दस्ता लगा होता है और जिसकी सहायता से तेली अपनी धानी चलाते हैं ।