रस्सी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ रस्सा] १. रुई सन या इसी प्रकार के और रेशों के सूता या ड़ोरों के एक में बटकर बनाया हुआ लंबा खंड जिसका व्यवहार चीजों को बाँधने, कूएँ से पानी खींचने आदि में होता हौ । ड़ोरी । गुण । रज्जु । २. एक प्रकार की सज्जी ।