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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

रशक संज्ञा पुं॰ [फा॰] १ किसी दूसरे को अच्छी दशा में देखकर होनेवाली जलन या कुढ़न । ईर्ष्या । डाह ।

२. लज्जा । शरम । (क्व॰) ।