रवा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनरवा ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ रज, प्रा॰ रअ ( =घुल)]
१. किसी चीज का बहुत छोटा टुकड़ा । कण । दाना । रेजा । जैसे,—चाँदी का रवा; मिस्त्री का रवा । मुहा॰—रवा भर =बहुत थोड़ा । जरा सा ।
२. सूजी ।
३. बारूद का दाना ।
४. घुघरूओं में शब्द करने के लिये डालने के छरें ।
रवा ^२ वि॰ [फा़॰]
१. उचित । ठीक । वाजिब ।
२. प्रचलित । चलनसार ।