रद्दा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनरद्दा ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰]
१. दीवार की पूरी लंबाई में एक बार रखी हुई एक ईंट की जोड़ाई । इँटों की बड़ी बल की एक पंक्ति जो दिवार पर चुनी जाती है ।
२. मिट्टी की दीवार उठाने में उतना अंश, जितना चारों ओर एक बार में उठाया जाता है और जो कुछ समय तक सूखने कि लिये छोड़ दिया जाता है । इसकी ऊँचाई प्रायः एक हाथ हुआ करती है । क्रि॰ प्र॰—उठाना ।—रखना ।—होना ।
३. थाली में मिठाइयों का चुनाव, जो स्तरों के रूप में नीचे ऊपर होता है ।
४. नीचे ऊपर रखी हुई वस्तुओं की एक तह या खंड । क्रि॰ प्र॰—चुनना ।
५. कुश्ती में अपने प्रतिपक्षी को नीचे लाकर उसकी गरदन पर कुहनी और कलाई के बीच की हड्डी से रगड़ते हुए आघात करना । (पहलवान) । क्रि॰ प्र॰—जमाना । देना । लगाना ।
६. चमड़े की मोहरी जो भालुओं के मुँह पर बाँधी जाती है । (कलंदर) ।