रखड़ी † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ रख ( = राखी) + ड़ी (प्रत्य॰)] राखी । रक्षावंधन । उ॰—भाई कहते थे, रखड़ी (राखी) के बाद जाना ।—अभिशप्त, पृ॰ ९६ ।