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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

रक्ततिस्याय संज्ञा पुं॰ [सं॰ रक्तप्रतिश्याय] प्रतिश्याय या जुकाम का एक भेद । बिगड़ा हुआ जुकाम । विशेष—इसमें नाक से खून जाता है, आँखे लाल हो जाती हैं, छाती में पीड़ा होती है और मुँह तथा साँस से बहुत दुगँध आता है ।