प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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रंभ संज्ञा पुं॰ [सं॰ रम्भ]

१. बाँस ।

२. एक प्रकार का वाण ।

३. पुराणानुसार महिषासुर के पिता का नाम । विशेष— इसने महादेव से वर पाकर महिषासुर को पुत्र रुप में प्राप्त किया था । यह भी कहा जाता है कि यही दूसरे जन्म में रक्तवीज हुआ था ।

४. भारी शब्द । कलकल । हलचल । उ॰— माथे रंभ समुद्र जस होई ।—जायसी (शब्द॰) । ५ धूर । धूलि (को॰) ।

६. छड़ी । दंड । डंडा (को॰) ।

७. सहारा । आसरा (को॰) ।

८. एक वानर का नाम (को॰) ।

९. कदली । केला ।