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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

रंच पु वि॰ [सं॰ न्यञ्च, प्र॰ णंच] थोड़ा । अल्प । तनिक । उ॰— (क) वंचन मेरो कियो सजनी यह रंच न प्यारे दय ा मन कीन्ही ।—सुंदर (शब्द॰) । (ख) प्रदुमन लरे सप्तदस दो दिन रंच हार नहिं माने । —सूर (शब्द॰) । (ग) रंच न साधु सुधै सुख की विन राधिकै आधिक लाच न डाटे ।—केशव (शब्द॰) ।