हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

रंगत संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ रंग+त (प्रत्य॰)]

१. रंग का भाव । जैसे,—इसकी रंगत कुछ काली पड़ गई है ।

२. मजा । आनंद । जैसे,—जब आप वहाँ पुहँचेंगे, तभी रंगत आवेगी । क्रि॰ प्र॰—खिलाना ।—खुलना ।—जमना । मुहा॰—रंगत आना=मजा होना । आनंद होना ।

३. हालत । दशा । अवस्था । जैस, आजकल उनकी रंगत अच्छी नहीं है ।