प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

रँगना पु क्रि॰ स॰, क्रि॰ अ॰ [हिं॰ रंग + ना] दे॰ 'रंगना' । उ॰—(क) लाज गड़ी मुख खोलै न बोलै कियो रघुनाथ उपाय दुनी को । कोटि रँगै नहि एक जिमि सूम के आगे सयान गुनी को ।—रघुनाथ (शब्द॰) । (ख) संतन के उपदेश तें रँग्यो कछुक हरि रंग ।—रघुराज (शब्द॰) ।