यथाख्यात वि॰ [सं॰] जैसा पहले कहा गया हो [को॰] ।
यथाख्यात चरित संज्ञा पुं॰ [सं॰] सब कपायों (काम, क्रोधादि पातकों) का जिन साधुओं ने क्षय किया हो, उनका चरित्र । (जैन) ।