प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मोजा संज्ञा पुं॰ [फा़॰ मोज़ह्]

१. पैरों में पहनने का एक प्रकार का वुना हुआ कपड़ा जिससे पैर के तलवे से लेकर पिंड़ली या घुटने तक ढक जाते हैं । पायताबा । जुरबि ।

२. पैर में पिंडली के नीचे का वह भाग जो गिट्टे के आस पास और उसके कुछ ऊपर होता है ।

३. कुश्ती का एक पेंच । इसमें जब खिलाड़ी अपने विपक्षी की पीठ पर होता है, तब एक हाथ उसके पेट के नीचे से ले जाकर उसकी बगल में जमाता है और दूसरे हाथ से उसका मोजा या पिंडली के नीचे का भाग पकड़कर उसे उलट देता है ।

मोजा ^२ संज्ञा पुं॰ [देशी॰] उपानह । जूता । उ॰—फिरि राय आय हेंबर चढयो पहरत मोज पग डस्यौ । भवितव्य बात आघात गति इतनी कहि राजन हस्यौ ।—पृ॰ रा॰, १ ।५०९ ।