प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मैदा संज्ञा पुं॰ [फा़॰ मैदह्] बहुत महीन आटा । उ॰—नेह मौन छवि मधुरता मैदा रूप मिलाय । बेंचत हलवाई मदन हलुआ सरस बनाय ।—रसनिधि (शब्द॰) । मुहा॰—मैदे की लोई = अत्यंत कोमल । मुलायम (उदर) ।

मैदा लकड़ी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ मेदा + हिं॰ लकड़ी] एक प्रकार की जड़ी जो औषध के काम में आती हैं । विशेष—यह सफेद रंग की और बहुत मुलायम होती है । वैद्यक में इसे मधुर, शीतल, भारी, धातुवर्धक, और पित्त, दाह, ज्वर तथा खाँसी आदि को दूर करनेवाली माना है ।