मेहरा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनमेहरा ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मेहरी]
१. स्त्रियों की सी चेष्टावाला । स्त्री प्रकृतिवाला । जनखा ।
२. स्त्रियों में रहनेवाला ।
३. जुलाहो की चरखी का घेरा ।
मेहरा ^२ संज्ञा पुं॰ [मेहरचंद (मूलपुरुष)] खत्रियों की एक जाति ।
मेहरा पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ मेघ, प्रा॰ मेह + हिं॰ रा (प्रत्य॰)] दे॰ 'मेह' । उ॰—उघरि उघारी अब बरसन लाग्यौ अचरज को यह मेहरा ।—घनानंद, पृ॰ ३३९ ।