प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

मेनका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. स्वर्ग की एक अप्सरा । विशेष—यह अप्सरा इंद्र की आजा से विश्वामित्र का तप भंग करने के लिये गई थी और विश्वामित्र के संयोग से इसे शकुंतला नाम की कन्या उत्पन्न हुई थी ।

२. उमा या पार्वती की माता जो हिमवान् की पत्नी थी ।