मेढी † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ वेणी] १. तीन लड़ियों में गूथी हुई चोटी । उ॰—लटकन चारु, भुकुटिया टेढ़ी, मेढ़ी, सुभग सुदेश सुभाए ।—तुलसी । (शब्द॰) । २. घोड़ों के माथे पर की एक भौंरी ।