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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

मूसल संज्ञा पुं॰ [सं॰ मूशल]

१. धान कूटने का औजार जो लंबा, मोटा डंडा सा होता है और जिसके मध्य भाग में पकड़ने के लिये खड्डा सा होता है और छोर पर लोहे की साम जड़ ी रहती है ।

२. एक अस्त्र जिसे बलराम धारण करते थे ।

३. राम वा कृष्ण के पद का एक चिह्न । मुहा॰—मूसल से या मूसलों ढाल बजाना=अत्यंत आनंद मनाना । अत्याधिक प्रसन्नता दिखाना ।