मुसक पु ^१ संज्ञ स्त्री॰ [देश॰] भुजा । बाँह । मुश्क । उ॰—बेंदी जराव लिलाट दिए गहि डोरी दोऊ पटिया पहिराई । ब्रह्म भनै रिपु जानि ग्रहयो रबि की मुसकें जनु राहु चढ़ाई ।—अकबरी॰, पृ॰ ३४९ ।
मुसक ^२ संज्ञा पुं॰ [फा़॰ मुश्क] दे॰ 'मुश्क' ।