मुरझना पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ मूर्च्छन] १. मूर्छित होना । उ॰— गंडन सों मिलि ललित गंडमंडल मंडित छवि । कुंडल सों क च उरुझे मुरझे जहँ बड्डे कवि ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३४ । २. कुम्हला जाना ।