प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मुद्रिका संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. छोटी मुहर ।

२. अँगूठी । उ॰—ठौर पाइ पौन पुत्र डारि मुद्रिका दई ।—केशव (शब्द॰) ।

२. कुश की बनी हुई अँगूठी जो देव पितृ कार्य में अनामिका में पहनी जाती है । पवित्री । पैती । उ॰—पहिरि दर्भमुद्रिका सुभूरी । समिध अनेक लीन्ह कर रूरी ।—मधुसूदन (शब्द॰) ।

३. मुद्रा । सिक्का । रुपया । उ॰—नरसी पै जब संत सब कहे सकोपित बैन । ठग ठगि लीन्ही मुद्रिका चल्यो मारि तेहि लैन—रघुराज (शब्द॰) ।