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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

मुझ सर्व॰ [प्रा॰ मुज्झ] मैं का वह रूप जो उसे कर्ता और संबंध कारक को छोड़कर शेष कारकों में, विभक्ति लगने से पहले प्राप्त होता है । जैसे, मुझको, मुझसे, मुझमें ।