प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मुखिया संज्ञा पुं॰ [सं॰ मुख्य+हिं॰ इया (प्रत्य॰)]

१. नेता । प्रधान । सरदार । जैसे,— वे अपने गाँव के मुखिया हैं ।

२. वह जो किसी काम में सब से आगे हो । किसी काम को सब से पहले करनेवाला । अगुआ ।

३. वल्लभ संप्रदाय के मंदिरों का वह कर्मचारी जो मूर्ति का पूजन करता और भोग आदि लगाता है । ऐसा कर्मचारी प्रायः पाकविद्या में निपुण हुआ करता है ।