प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मिहर पु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ मिहिर] सूर्य ।

मिहर ^२ संज्ञा स्त्री॰ [फ़ा॰ मेहर] दे॰ 'मेहर' । उ॰— करहा सुणि सुदर कहइ मिहर करउ मों आज ।—ढोला॰, दू॰ ३५५ । यौ॰—मिहरनजर=कृपादृष्टि । उ॰— कहर नजर कूँ छाँड़ि के मिहर नजर कूँ कीजै । सत कोटि गोपियों का उनता सबाब लीजै ।—ब्रज॰ ग्रं॰, पृ॰ ४१ ।