क्रिया

अनुवाद


प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

मारना क्रि॰ सं॰ [मारण]

१. वध करना । हनन करना । घात करना । प्राण लेना । उ॰— (क) जिन बेधत सुख लक्ष लक्ष नृप कुँवर कुँवरमनि । तिन वानन बाराह बाध मारत नहि सिंहनि ।—केशव (शब्द॰) । (ख) सुआ सो राजा कर बिसरामी । मारि न जाय चहै जेहि स्वामी ।—जायसी (शब्द॰) ।

२. दंड़ देने के लिये किसी को किसी वस्तु से पीटना या आघात पहुँचाना । जैसे लात, थप्पड़, मुक्का, लाठी, जूता, तलवार आदि मारना । उ॰—(क) एक ठौर देखत भयों वृषभ एक एक गाय । भय वस भागे जात एक नर मारत जाय । —विश्राम (शब्द॰) । (ख) जो न मुदित मन आज्ञा देही । लाग्यों मारन तुरतै तेही ।—विश्राम (शब्द॰) ।

३. जरब लगाना । ठोंकना । उ॰— जब मै परेग को मारतौल से मारता हुँ, ती यह परेग इस लकड़ी में घुस जाती है ।—वेलेन्टाइन (शब्द॰) ।

४. दुख देना । सताना । जैसे,— मुझे तुम्हारी चिंता मार रही है । उ॰— देखो राम दुखित महतारी । जनु सुवेलि अवली हिम मारी । -तुलसी (शब्द॰) ।

५. कुश्ती या मल्लयुद्ध में विपक्षी को पछाड़ देना । जैसे,—इस पहलवान को मेरे पहलवान ने दो वार मारा है ।

६. बंद कर देना । दैसे, किवाड़ा मारना ।

७. शस्र आदि चलाना । फेंकना । जैसे— उसने कई तीर मारे । उ॰— पारथ बाणा चहुँ दिशि मारै । यूथ यूथ छत्री संहारै ।— सवल सिंह (शब्द॰) । मुहा॰—गोली मारना=(१) किसी को बंदुक की गोली से मार देना । किसी पर बंदुक चलाना या छोड़ना । (२) जाने देना । त्याग देना । ध्यान न देना । तुच्छ वा अनावश्यक समझना जैस,—मारो गोली इस वात में धरा ही क्या है । बंदुक मारना=किसी पर बंदुक की गोली छोड़ना । बंदुक दागना । फैर करना । उ॰— दुश्मनों ने भी हर तरफ से वहाँ आकार मुकाबिले के वास्ते दीवारै और वुरजे बनाई जिनमें बंदुकों के मारने के वास्ते जगह रखी । —देवीप्रसाद (शब्द॰) ।

८. किसी शारीरिक आवेग या मनोविकार आदि को रोकना ।

९. नष्ट कर देना । अंत कर देना । न रहने देना । जैसे, —(क) पाले ने फसल मार दी । (ख) तुमने उनका रोजगार मार दिया ।(ग) उसने बार बार उपवास करके अपनी भूख मार ली है ।(घ) भूख मारने से अरुचि, तंद्रा, दाह और बल का नाश होता है । (ङ) उसने बहुतेरे घर मारे है ।

१०. शिकार करना । अहेर करना । आखेट करना । जैसे, मछ्ली मारना, हिरन मारना ।

११. किसी वस्तु को इस प्रकार फैंकना कि वह किसी दूसरी वस्तु से जोर से टकरा जाय । उ॰— उसने ढोके को ऊँचा करके जोर से उस खंभे पर मारा जिससे खंभा हिल उठा ।— देवकीनंदन (शब्द॰) । मुहा॰— दे मारना=(१) पटकना । (२) पछाड़ना । वह मारा= बस अब कार्य सिद्ध हो गया । विजय प्राप्त हुई । जो चाहते थे सो हो गया । उ॰—यह आपकी मेहरबानी है, मै किस काबील हूँ (मन में) वह मारा, अब कहाँ जाती है । आज का शिकार तो बहुत हो नफीस है । —राधाकृष्ण दास (शब्द॰) ।

१२. गुप्त रखना । छिपाना । दवाना । उ॰—(क) रिस उर मारि रंक जिमि राजा । बिपिन बसै तापस के साजा । तुलसी (शब्द॰) ।(ख) खोज मारि रथ हाँकहु ताता । आन उपाय बनहि नहि वाता । —तुलसी (शब्द॰) ।

१३. चलाना । संचा- लित करना । मुहा॰— गाल मारना=सीटना । बढ़ बढ़कर बातें करना । उ॰—(क) मूढ़ मृपा जनि मारेसि गाला । राम बैर होइहि अस हाल । —तुलसी (शब्द॰) । (ख) काहु को सर सुधो न परै मारत गाल गली गली हाट । —हरिदास (शब्द॰) ।(ग) मारत गाल कहा इतनो मन मोहन जू अपने मन ऊटे— रघुनाथ (शब्द॰) । कुछ पढ़कर मारना=मंत्र से फूंककर कोई चीज किसी पर फेंकना । जैसे मूँग मारना । साँप पर सरसों मारना । जादु मारना=किसी पर जादू का प्रयोग करना । किसी पर मंत्र या तंत्र करना । ड़ीग मारना=शेखी बघारना । बड़ ी बड़ी बातें करना जिनका होना अंसभव हो । उ॰—बाह ऐसा ही था तो चुड़ी पहिर लेतः जवाँमदों की ड़ीग क्यों मारते है ।— देवकीनंदन (शब्द॰) । मंत्र मारना=जादु करना । मंत्र पढ़कर फूँकना । उ॰— गड्डी को एक दिवाल पर फैक देना और ऐसा मत्र मारना कि पहिचाना हुआ ही ताश उसमें चिपक जाय़, वाकी सब गिर पड़े । —रामकृष्ण (शब्द॰) ।

१४. बातु आदि को जलाकर उसका भस्म तैयार करना । जैसे, पारा मारना, सोना मारना ।

१५. अनुचित रूप से, विना परिश्रम के अथवा बहुत अधिक प्राप्त करना । (इस अर्थ मे इसका प्रयोग प्रायः माल या रकम आदि शब्दों के ही साथ होता है ।) जेसे, माल मारना, किसी का हक मारना ।

१६. करना । लगाना । जैसे, गोता मारना, चक्कर मारना ।

१७. विजय प्राप्त करना । जीतना । जैसे, मैदान मारना ।

१८. ताश या शतरंज आदि खेलो में विपक्षी के पत्ते या गोट आदि को जीतना ।

१९. जा कुछ देना बाजिव हा, वह न देना । अनुचित रूप से रख लेना ।— जेसे—हमारी (१००) उसने मार लिए ।

२०. बल या प्रभाव कम करना । मारक होना । जसे,— जहर को जहर मारता है ।

२१. किसी योग्य न रहने देना । निर्जिव सा कर देना । जेसे,— इन्हे तो फजुलखर्ची न मारा है ।

२२. ड़सना । कटाना । ड़क मारना । जैसे, बोछी मारना ।

२३. लगाना । देना । जैसे, टाका मारना ।

२४. गुदाभंजन करना । पुरुष का पुरुष के साथ संभोग करना ।

२५. संभोग करना । स्त्रीप्रसंग करना । विशेष— (क) यह शब्द भिन्न भिन्न संज्ञाओं तथा कुछ विशिष्ट क्रियाआ के साथ मुहावरे रे रूप में अनेक प्रकार के अर्थ दता है । जैसे, दम मारना, लकीर मारना, कोर मारना, धार मारना, पीस मारना, सता मारना, आदि । (ख) इसके साथ प्रायः 'ड़ालना' और 'देना' आदि संयोज्य क्रियाएँ आती है ।