प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मातंग संज्ञा पुं॰ [सं॰ मातङ्ग]

१. हाथी ।

२. श्वपच । चांडाल । उ॰— मदमत्त यदपि मातंग संग । अति तदपि पतित पादन तरंग ।—केशव (शब्द॰) । विशेष— इस उदाहरण में श्लेष से यह शब्द दोनों अर्थों में प्रयुक्त है ।

३. एक ऋषि का नाम । विशेष— ये शिवरी के गुरु और मातंगी देवी के उपासक थे । ये मौन रहा करते थे; इसीलिये जिस पर्वत पर ये रहते थे, उसका नाम ऋष्यमूक पड़ गया था ।

४. अश्वत्थ ।

५. संवर्तक मेघ का एक नाम ।

६. पर्वतवासी किरात ।

७. एक नाग का नाम ।