प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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महाकाल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. सृष्टि और प्रणियों का अंत करनेवाले, महादेव । शिव का एक स्वरूप । उ॰—करालं महाकाल कालं कृपालं ।—तुलसी (शब्द॰) ।

२. शिव के द्वादश ज्योति- लिंगों में से एक जो उज्जैन (उजयिनी) में है ।

३. विष्णु का एक नाम (को॰) ।

४. समय जो विष्णु के समान अखंड और अनंत है ।

५. तुंबी लता । कटुतुंबी (को॰) ।

६. शिव के एक गण का नाम ।

७. पुराणानुसार शिव के एक पुत्र का नाम । विशेष—कालिका पुराण में लिखा है कि एक बार देवताओं ने अग्नि से शिव का वीर्य धारण करने के लिये कहा था । जब वह वीर्य धारण करने लगा, तब उसमें से दो बूँदें अलग जा पड़ीं जिनेस महाकाल और भृंगी नामक दो पुत्र उत्पन्न हुए । एक बार इन दोनों पुत्रों ने भवानी को उस समय देख लिया था जिस समय वे शिव के साथ विहार करने के उपरांत बाहर निकल रही थीं । भवानी ने उन्हें शाप दिया जिससे ये दोनों वैताल और भैरव हुए ।