महंत
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनमहंत ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ महत् (= बड़ा)]
१. साधुमंडली या मठ का अधिष्ठाता । साधुओं का मुखिया ।
२. महात्मा । सज्जन । उ॰—तडित दृगनि करि मेघ महंत । देखे ताप तैप सब जंत । नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ २८९ ।
महंत ^२ वि॰ बड़ा । श्रेष्ठ । प्रधान । मुखिया । उ॰—सखा प्रवीन हमारे तुम हौ तुम हौ नहीं महंत ।—(शब्द॰) ।