प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मस्तिष्क संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मस्तक के अंदर का गूदा । भेजा । मगज । विशेष—कहा जाता है, भोजन का परिपाक होने पर जो रस बनता है, वह क्रमशः मस्तक में पहुँचकर स्निग्ध रूप धारण करता है और उसी के द्वारा स्मृति और बुद्धि काम करती है । उसी को 'मस्तिष्क' कहते हैं ।

२. बुद्धि के रहने का स्थान । दिमाग ।