प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मशक ^२ संज्ञा पुं॰ [सं]

१. मच्छड़ ।

२. गार्ग्य गोव में उत्पन्न एक आचार्य का नाम जो एक कल्पसूत्र के रचयिता थे ।

३. महाभारत के अनुसार शकद्वीप में क्षत्रियों का एक निवासस्थान ।

४. मसा नामक चर्मरोग ।

मशक ^२ संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰] चमडे़ का बना हुआ थैला जिसमें पानी भरकर एक स्थान से दूसरे पर ले जाते हैं ।