मलिक
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनमलिक संज्ञा पुं॰ [अ॰ सं॰] [स्त्री॰ मलिका]
१. राजा । उ॰— तब्बे चिंतई मलिक असलान,सब्ब सेन मह पलइ पातिसाह ।—कीर्ति॰, पृ॰ ११० ।
२. अधीश्वर ।
३. मुसलमानों की एक जाति का नाम जो प्रायः कृषि कर्म करती है । ये लोग मध्यम श्रेणी के माने जाते हैं ।
४. किन्नरों और कथकों के एक वर्ग की उपाधि ।