प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मर्दुम संज्ञा पुं॰ [फा॰]

१. मनुष्य । आदमी ।

२. आँख की पुतली । कनीनिका (को॰) । यौ॰—मर्दुमआजार=अत्याचारी । मर्दुमआजारी=लोगों को सताना । अत्याचार । मर्दुमआमेज=लोगों मे घुलमिलकर रहनेवाला । मर्दुमखोर । मर्दुमशनास=बुरे भले की परख करनेवाला । मर्दुमशुमारी ।