संज्ञा

मोर, एक प्रकार का पक्षी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

मयूर संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ मयूरी]

१. मोर ।

२. मयूरशिखा नामक क्षुप ।

३. अपामार्ग (को॰) ।

४. एक असुर का नाम ।

५. मार्कड़य पुराणानुसार सुमंरु पर्वत के उत्तर के एक पर्वत का नाम ।

५. संस्कृत के एक प्रसिद्ध कवि जिनका लिखा सूर्यशतक उपलब्ध है । यै वाणभट्ट के साल और हर्ष के सभापिड़ित थे ।