प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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ममता संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. 'ब्रह मेरा है' इस प्रकार का भाव । किसी पदार्थ को अपना समझने का भाव । ममत्व । अपनापन । उ॰—सुमति न जानै नाम न जानै मैं ममता मार ।—जग॰, श॰, पृ॰ ११४ ।

२. स्नेह । प्रेम ।

३. वह स्नेह जो माता पिता का अपनी संतानों के साथ होता है ।

४. मोह । लोभ ।

५. गर्व । अभिमान । यौ॰—ममतायुक्त । ममताशून्य= ममत्व या ममता से रहित ।