मनोहर दृश्य

प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मनोहर ^१ वि॰ [सं॰] [संज्ञा मनोहरता]

१. मन हरनेवाला । चित्त को आकर्षित करनेवाला ।

२. सुंदर । मनोज्ञ । उ॰— इस प्रकार से घूमते छोड़ काम सब और । देखी नृप ने निज प्रिया एक मनोहर ठौर ।—शकुं॰, पृ॰ ११ ।

मनोहर ^२ संज्ञा पुं॰

१. छप्पय छंद के एक भेद का नाम, जिसमें १३ गुरु, १२६ लघु, १४९ वर्ण और १५२ मात्राएँ अथवा १३ गुरु, १२२ लघु, १३५ वर्णा और १४८ मात्राएँ होती है ।

२. एक संकर रोग का नाम जो गौरी, मारवा और त्रिवण के मिलने से बना है ।

३. कुंद पुष्प ।

४. सुवर्ण । सोना ।