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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

मनोमालिन्य संज्ञा पुं॰ [सं॰] मन में मैल उत्पन्न होना । मनमुटाब । उ॰— केदार बाबू तो बहुत सच्चारित जान पड़ते हैं फिर स्त्री पुरुष में इतना मनोमालिन्य क्यों हो गया?— मान॰, भा॰ १, पृ॰ ९८ ।