प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मनोभाव ही न रहने देना । कुछ भी शेष या बाकी न रखना । जैसे, लज्जा पी जाना ।

६. मद्य पीना । शराब पीना । सुरापान करना । जैसे,—जब जब वह पीता है तब तब उसकी यही दशा होती है । संयो॰ क्रि॰—जाना ।—डालना ।—लेना ।

७. हुक्के, चुरुट आदि का धुआँ भीतर खींचना । धूमपान करना । जैसे, हुक्का पीना, चुरुट पीना, गाँजा पीना, चंडू पीना आदि । संयो॰ क्रि॰—जाना ।—डालना । —लोना ।

८. सोखना । शोषण करना । जज्ब करना । जैसे,—(क) यह जूता इतना तेल पिएगा, यह मैंने नहीं समझा था । (ख) मिट्टी का बरतन तो सारा घी पी जायगा । संयो॰ क्रि॰—जाना ।—डालना ।

मनोभाव संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मन की स्थिति । मनोवृत्ति ।

२. मन का भाव । हार्दिक अभिप्राय । उ॰— लौंगा मगोरमा के मनोभावों को जानती थी । उसने सोचा इस अबला को कितना दुःख है —काया॰, पृ॰ २५६ ।