मनसूख वि॰ [अ॰ मन्सूख] १. जो अप्रामाणिक ठहरा दिया गया हो । अतिवर्तित । जैसे,—डिगरी मनसूख कराना । २. परित्यक्त । त्यागा । हुआ । जैसे,—हमने वहाँ जाने का इरादा मनसूख कर दिया ।