प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मदन संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. कामदेव ।

२. कामक्रीड़ा । उ॰—वह कभी मदन तथा शारीरिक आनंदों के लोभादि प्रपंचों में नहीं फेसता ।—कबीर मं॰, पृ॰ २ ।

३. कामशास्त्र के अनुसार एक प्रकार का आलिंगन जिसमें नायक अपना एक हाथ नायिका के गले में डालकर और दूसरा हाथ मध्यदेश में लगाकर उसका आलिंगन करता है ।

४. मैनफल नामक वृक्ष और उसका फल ।

५. धतूरा ।

६. खैर ।

७. मौलसिरी ।

८. भ्रमर ।

९. मोम ।

१०. अखरोट का वृक्ष ।

११. महादेव के चार प्रधान अवतारों में से तीसरे अवतार का नाम ।

१२. मैना पक्षी । सारिका ।

१३. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म मे सप्तम गृह का नाम ।

१४. एक प्रकार का गीत ।

१५. प्रेम ।

१६. रूपमाल छंद का दूसरा नाम ।

१७. छप्पय के एक भेद का नाम ।

१८. खंजन पक्षी ।