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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

मगज संज्ञा पुं॰ [अ॰ मग्ज]

१. दिमाग । मस्तिष्क । यौ॰—मगजपच्ची । मुहा॰—मगज के कीड़े उड़ाना=बकवाद से सिर चाटना । मगज खौलना=(१) काय की अधिकता के कारण दिमाग का कुछ काम न करना । (२) क्रोध को मारे दिमाग खराब होना । (३) दिमाग मे गरमी आ जाना । पागल हो जाना । मगज खाना=बककर तंग करना । मगज उड़ाना या भिन्नाना=दुर्गंध वा शोर के कारण दिमाग खराब होना । मगज उड़ाना=बहुत बक बककर दिक करना । मगज खाली करना=दे॰ मगज पचाना । मगज चाटना=बक बककर तंग करना । मगज चलना=(१) बहुत अभिमान होना । (२) पागल होना । मगज पधाना=(१) बहुत अधिक दिमाग लड़ाना । सिर खपाना । (२) समझाने के लिये बहुत बकना । मगज पिलपिल करना=बकवाद से या मार से सिर का कचूमर करना ।

२. गिरी । मींगी । गूदा । कद् दू, खरबूजा आदि के बीज का गूदा ।